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लेखनी कहानी -01-Dec-2021

मैने कुछ इस तरह से खुद को सभाला है तुझे भूलने को दुनिया का भ्रम पाला है अब किसी से मुहब्बत मै नहीं कर पाता इसी सचे में इस बेवफ़ा ने मुझे ढाला है

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